रूटीन लाइफ जीते-जीते,रूटीन कम करते-करते चाहे वह कितना ही अच्छा काम हो या कितनी ही अच्छी जिन्दगी, एकरसता आ ही जाती है| जिसका असर जिन्दगी में पड़ता ही हैअसल में रूटीन को ब्रेक करना हमेशा जरुरी होता है|अगर हम देखे तो सबसे पहले यह सन्देश हमें प्रकृति से मिलता है|प्रकृति में लगातार बदलाव होते रहते है|कोई भी मौसम स्थाई होकर नहीं आता| दिन के पहर भी तो यहो सन्देश लेट है सुबह को दोपहर,दोपहर को शाम,शाम को रात रिप्लेस करती है|फिर अपने जीवन की रोज की दिनचर्या को क्यों एक सा बनाया जाये|इसे तोडना जरुरी है|........ख्वाहिश चन्द्रा
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