हर इन्सान अपने सपनो के संग आज़ाद हो| सपने किसी के काबू में न हों | वह सपना भी क्या सपना है,
जो हमने खुद न देखा|जाओ ढूंड लाओ अपना सपना| शायद वह तुम्हे दीवारों के भीतर न मिले,शायद
पहाड़ चढने पड़ें, दरिया उलान्घने हों , सात आकाश,सत्तर पाताल पार करने पड़ें, लेकिन सच हर मुश्किल
हर व्यक्ति , हर चीज से कीमती है-- आपका खुद का सपना होना............राहुल कुमार
जो हमने खुद न देखा|जाओ ढूंड लाओ अपना सपना| शायद वह तुम्हे दीवारों के भीतर न मिले,शायद
पहाड़ चढने पड़ें, दरिया उलान्घने हों , सात आकाश,सत्तर पाताल पार करने पड़ें, लेकिन सच हर मुश्किल
हर व्यक्ति , हर चीज से कीमती है-- आपका खुद का सपना होना............राहुल कुमार
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