हर रोज यह लक्ष्मी मंत्र बोलने से दूर रहते हैं पैसे व नौकरी के संकट
हिन्दू धर्म में महालक्ष्मी सुख और ऐश्वर्य की देवी मानी गई है। इनकी
उपासना और प्रसन्नता से धन ही नहीं धन पाने के कई रास्ते खुल जाते हैं।
घर-परिवार रोगमुक्त, समृद्ध और खुशहाल हो जाता है।
धन और काम की कमी दूर करने के लिए ही यहां बताया जा रहा है एकादशी,
पूर्णिमा के अलावा हर रोज भी किए जाने वाला महालक्ष्मी मंत्र और पूजा का
सरल उपाय, जिससे जीवन में धन और रोजगार का अभाव कभी नहीं सताएगा
- हर सुबह, खासतौर एकादशी, पूर्णिमा व शुक्रवार की शाम को भी स्नान कर घर या देवी मंदिर में महालक्ष्मी की पूजा करें।
- पूजा में माता लक्ष्मी को लाल सामग्रियों का विशेष तौर पर चढ़ाएं,
जिनमें लाल गंध, लाल अक्षत, लाल वस्त्र, लाल फूल प्रमुख है। खीर या मौसमी
फलों में अनार का भोग लगाएं।
- पूजा के बाद महालक्ष्मी का नीचे लिखे मंत्र से आवाहन व जप आर्थिक संकटों से रक्षा की कामना के साथ करें -
विष्णुप्रिये नमोस्तुभ्यं नमोस्तुभ्यं जगद्वते
आर्तहंत्री नमोस्तुभ्यं समृद्धं कुरु में सदा।
नमो नमोस्तु महामाये श्रीपीठे सुर पूजिते
शंखचक्रगदाहस्ते महालक्ष्मी: नमोस्तुते।
- आवाहन मंत्र के बाद इस मंत्र का यथाशक्ति एकाग्रता से जप करें -
ऊँ श्रीं श्रियै नम:
- पूजा के बाद माता की घी के दीप से आरती करें। पूजा, मंत्र जप और आरती में हुई गलती के लिये क्षमा मांगे। प्रसाद जरूर ग्रहण करें।
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