मनुष्य को ईश्वर ने उसका सबसे बड़ा गुण दिया है, जिसे हम सभी मानवता कहते है|
यह सृष्टि केवल इसी गुण के कारण खुशहाल है,लेकिन हमारे भीतर के इस गुण को
सींचकर पौधे से वृक्ष में परिवर्तित करने वाली माँ होती है| माँ का आंचल खुशियों की
फुलवारी होता है|
यह सृष्टि केवल इसी गुण के कारण खुशहाल है,लेकिन हमारे भीतर के इस गुण को
सींचकर पौधे से वृक्ष में परिवर्तित करने वाली माँ होती है| माँ का आंचल खुशियों की
फुलवारी होता है|
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